पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के “लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस” से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका “लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका” के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार आशा बंसल की एक कविता जिसका शीर्षक है “हर रोज हिंदी दिवस”: हिंदी भाषा भारत की […]

नई दिल्ली | विश्व हिन्दू परिषद ने मांग की है कि पाकिस्तान द्वारा पीड़ित हिन्दुओं के धार्मिक, सामाजिक व मानवाधिकारों की रक्षा के साथ उन्हें भारत में नागरिक अधिकार दिए जाएं. परिषद् के केन्द्रीय मंत्री (विदेश विभाग) श्री प्रशांत हरतालकर ने एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए यह आज भी […]

नई दिल्ली। आजादी के 72 वर्ष बाद भी भारत में अभी तक दलित समाज पर अत्याचार की दुर्भाग्य जनक घटनाएं होती हैं. विश्व हिन्दू परिषद् के संयुक्त महासचिव डॉ सुरेन्द्र जैन का कहना है कि इन घटनाओं के विरोध में आवाज उठनी ही चाहिए व पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिलना […]

क्यों एकपल भी तुम बिन राहा नहीं जाता। तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नहीं जाता। क्यों इतना प्यार दिया तुमने मुझ को। की तुम बिन अब जिया नहीं जाता।। तुम्हारी याद आना भी कमाल होता है। कभी आकर देखना क्या हाल होता है। सपनो में आकर तुम चले जाते […]

      भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है जहाँ, एक ही वोट से मतदाता चार संस्थाओं/ पदों के चुनावों का मार्ग प्रशस्त करता है. वोट तो वह सिर्फ लोक सभा सदस्य को करता है किन्तु उसके उसी वोट से सरकार व प्रधान मंत्री के साथ राष्ट्रपति के चुनाव का मार्ग […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।