हर शब्द मेरा अब चिगांरी होना चाहता है,, हर शख्स देश का मेरे अब अंगारी होना चाहता है,, कायरता से हमला करने वालो सुन लो गोर से,, मेरे देश की रोती आंख का हर आंसू, अब विजय दिवस की किलकारी होना चाहता है,, खुली छूट दो मोदी जी कुछ ऐसी, […]
खुले आसमान के नीचे दो दिल बहलते हुए, हां मैंने देखा है उन दोनों को टहलते हुए, वो दो शख्स जो हमसफर हैं, हमराज ह,ैं हम साए हैं, जिन्होंने बरसो एक दूजे के संग बिताए हैं, देखा है उन्हें एक दूसरे की आंखों में सवंरते हुए ,, हां मैंने देखा […]
गैरों से गिला नहीं मुझको,, मुझे अपनो ने ही रुलाया है,, लगा के सीने से उन्होने फिर,, खंजर मुझे चुभाया है,,, समंदर में जो लेके उतरे थे,, उनपे भरोसा जायज था,, रिश्तों का था हवाला,, बेफिक्री में डर भी गायब था,, कश्तीं के जो मेरी मांझी थे,, उन्होने ही मुझे […]
हां मैं तजुर्बा हूं, हां मैं तजुर्बा हुं, मैं मिल जाता हूं अक्सर गांव की चौपाल में हुक्का गुड़गुड़ाते हुए, और मिल जाता हूं गांव के घर आंगन में चरखा कातते हुए ,,, हां मैं तजुर्बा हूं ,हां मैं तजुर्बा हूं, कभी मिल जाता हूं चारपाई पर बैठा अखबार पढ़ते […]
कहा तो जाता है कि माल बेचने की कला चीनी जानते हैं जो गंजे को भी कंघा बेच देते हैं।चीन की इस कला का जिक्र करते वक्त हम भूल जाते हैं कि सिंधी समाज मेड इन चाइना वाले माल को मेड इन इंडिया बनाकर […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।