चलो अब ख़त्म हम सारी पुरानी बात करते हैं, भुलाकर तल्ख़ियाँ सारी नई शुरुआत करते हैं। बुझाकर नफ़रतों की आग को सब प्यार ही बाँटें, दिलों में हम चलो पैदा वही जज्बात करते हैं॥ जहाँ तम का बसेरा है ज़रा-सी रोशनी बाँटें, उदासी है जहाँ उनको चलो थोड़ी खुशी बाँटें। […]