आज के बंगाल को देखकर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 19 वी सदी के आरंभ का पाकिस्तान व बांग्लादेश के यही समीकरण होंगे। उस समय भी अंग्रेजी सत्ता ने मुस्लिमो के अव्यवहारिक घुसपैठ को महत्व न देकर, नजरअंदाज किया। इस समय बंगाल भी उसी दौर से गुजर रहा […]

हमारी अनेकों पुण्यताओं को एक पाप भी कलुषित कर जाता है, कुछ ऐसा ही इंदौर शहर के साथ हुआ। देश में नंबर 1 आने के यश व कीर्ति को पूरे शहर ने अपनी जिम्मेदारी समझकर स्वीकार किया। स्वच्छता लोगों के व्यवहार में आने लगी। मानसिकता में यह परिवर्तन देश में […]

तनिष्क ज्वेलरी ने अपने एक एडवरटाइज में हिन्दू लड़की को मुस्लिम परिवार की बहू बना कर प्रदर्शित किया। जिसमें मुस्लिम महिला बनी सास अपनी गर्भवती हिन्दू बहू का ध्यान रखते हुए गोद भराई की रस्म संपन्न करती है, जिसे बड़े ही आकर्षक रूप में बताया गया है। दुर्भाग्य से यह […]

भारत का चीन से सीमाओं पर विवाद जारी है, गलवान घाटी में चीन के सैनिकों द्वारा धोखे से किए गए हमले में वीरगति को प्राप्त सैनिकों के बलिदान से संपूर्ण देश में आक्रोश है, जगह जगह चीन के समान के बहिष्कार का आहवान हो रहा है, चीनी राष्ट्रपति के पुतले […]

आज के मध्यप्रदेश के जबलपुर क्षेत्र को 15 वी शताब्दी में गोंडवाना राज्य के नाम से जाना जाता था, यहां गोंड भील वंश का शासन था। वे बड़े बहादुर, योद्धा, पराक्रमी हुआ करते थे। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के महोबा में चंदेल वंश में एक बेटी का जन्म होता […]

इंडिया नहीं भारत मेरा देश संस्कृति का यहाँ परिवेश भारत मेरा देश धर्म जुदा हो सकते हें पर मन जुदा नहीं होना है आओ मिल जाएँ हम तुम मानवता नहीं खोना है क्या पंडित क्या मौलवी क्या गीता क्या कुरान हर मज़हब हमें सिखाता मानव बन तू महान कर्मों से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।