‘ठीक से बेलो’! ‘अरे पलेथन बार-बार क्यों लगा रही हो!` ‘कितने साल हो गए,बराबर रोटी बेलना नहीं आया!` `कैसे बेलती हो? बीच में पतला-किनारे मोटा? गोल-गोल घुमाओ रोटी को!` ‘बराबर डालो तवे पर,अरे देखो मुड़ गया न..अब फूलेगा नहीं। १मिनट बाद ही कड़ा हो जाएगा!` ‘ठीक से सेंको! चिमटा साइड […]