धधक उठी ज्वाला जौहर की,राजस्थान कहानी थी। रतन सिंह मन-प्रेम पदमिनी,वो मेवाड़ की रानी थी॥ गन्धर्वराज घर की किलकारी,चम्पावती की मन ज्योति। सिंहलद्वीप की राजरागिनी,स्त्री की थी उच्चतम कोटि॥ सुंदरता तन में भी अनुपम,मन बुद्धि संग जीत मनोति। रतन सेन को भान हुआ तो,बनी वो प्रेम कहानी थी॥ धधक उठी […]

       जीवन में सफल होना तो सब चाहते हैं,और उसके लिए कई उपाधियां भी लेते हैं,किन्तु केवल उच्च शिक्षा एवं अनगिनत उपाधियां जीवन की सफलता को निर्धारित नहीं कर सकती हैI जीवन में बड़े उद्देश्य पाने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाना बहुत आवश्यक हैI लक्ष्य के बिना व्यक्ति इधर- उधर भटकता […]

ज़रा-सी ठेस लगती है तो शीशा टूट जाता है, मग़र क्यूँ आइने को साथ पत्थर का ही भाता है। उसी को जानती है मानती है पूजती दुनिया, अँधेरी बस्तियों में जो बुझे दीपक जलाता है। लहर की प्यास क्या जाने वो इक मासूम-सा बच्चा, जो टूटे साहिलों पर भी घरौंदों […]

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बड़ी ख़ुशी की बात हे कि,खिचड़ी को राष्ट्रीय आहार घोषित किया जा रहा हैl घर में जब भी खिचड़ी बनती तो पापा हमेशा कहते थे-अपने घर में क्या बनता है,सबको रोज नहीं बतानाl नहीं तो मोहल्ले वाले कहेंगे `खिचड़ी वाले` अंकल जी,क्योंकि मोहल्ले में कुछ लोग तो खिचड़ी के नाम […]

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मेरा देश बदल रहा है, न जाने किस दिशा में बढ़ रहा है। क्या-कुछ सोच कर गए थे हमारे देश के नेता, दुनिया में नाम रोशन करेंगे हमारे देश के बेटे। मगर यह तो घूम रहे इतिहास की चादर लपेटेll क्या जानें यह लोग, किस तरह यह स्वर्णिम इतिहास गढ़ा […]

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धीर गंभीर,तुम मर्यादित सागर हमेशा तुम मर्यादित रहते, नीले आसमान-सा तेरा अम्बर मन हर्षित कर जाता है, उर में रत्नों का संसार समेटे तनिक घमंड न तुमको आता, उछलती-कूदती और लहराती लहरें धरती का आलिंगन करने, किनारे तक आतीं नृत्य करतीं और लहराती, हर-हर कर शब्द निरंतर मन पुलकित कर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।