धवल शिखर विराट दिव्य पर्वतमालाओं के मोती, बसने के प्रयास में थक के जग से जाकर जिसमें शांति है सोती, जहां उसे आगार मिला है करे जगत की ओर प्रयाण, संघर्षों में होकर क्षीण भरे तूणीरों में कुछ बाण, पुनः प्रज्जवलित हो अग्नि समर की बचाए जग का बुरा विनाश, […]