खोया हुआ अपना, बचपन ढूंढता हूँ.. पचपन की बातें, नहीं लगती सयानी। अभिमानों में अकड़ी, जकड़ी जिंदगानी.. बंधनों में बंधी, रेत होती कहानी। वो चाँदी की थाली, मिटटी के ढेले.. ईमली के चिएं, नीम की निम्बोली। कागज के रॉकेट, पर ऊँची उड़ानें.. पतंगों के जोते, हवाओं की चालें। बस्ते का […]