परीक्षा

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काश !
मैं भी ले पाता…
परीक्षा की परीक्षा..
कसता उसे हर कसौटी पर
जाँचता..
उसकी सच्चाई
ज्ञान, योग्यता..
मैं भी दे पाता उसे अंक,
निकालता उसका प्रतिशत.
हानि लाभ.
गुण अवगुण..
उसको भी मिलता..
अनुक्रमांक..
वो भी लगती लाईन में..
बैठती .. कतारबद्ध.
उसे भी मिलता जीवन
का प्रश्नपत्र !
वो भी सकपकाती…
घबराती…
कंपकंपाती..
लिखती..
कुछ सही कुछ गलत..
करती इंतजार..
परिणाम का..
वही असमंजस..
वही चिन्ता की रेखायें..
होतीं..
उसके भी माथे…
तब लगता..
ये हुयी परीक्षा..
*पर ये सब*
*काश ! ही रहेगा*..
क्योंकि
हम नहीं हो पाते
खाली..
अपनी ही परीक्षाओं से..
बचपन, जवानी,
कमाई की परीक्षा..
अच्छे पुत्र, पति, पिता की परीक्षा.
अच्छे नागरिक,
सदस्य समाज देश
की परीक्षा.
दूसरों के सुख दुख का
ख्याल रखने की परीक्षा..
और इन्हीं को देते देते
भूल जाते हैं..
*अपना अस्तित्व*…
और फिर अन्त में लग जाते हैं…
एक और परीक्षा में..
अपने *अस्तित्व* को बचाने में..
रह जाती है बहुत दूर..
*परीक्षा की परीक्षा..*
                                      #गणतंत्र औजस्वी

Arpan Jain

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।