सारे रिश्ते हिलते 

0 0
Read Time1 Minute, 2 Second
avdhesh
पर नारी की उम्र देख नर रिश्ते गढ़ते।
माता,बहना या कि बेटियाँ प्राय: कहते॥
साली-जीजा रूप बहन-भाई के जैसे।
देवर-भाभी लगें पुत्र- माता हों ऐसे॥
परियों में भी मातृ रूप के दर्शन मिलते।
कहाँ गया आधार कि सारे रिश्ते हिलते॥
रिश्तों को फिर लीक वही अपनाना होगा।
अवध न जाए हार,अवधपति!आना होगा॥
अपनी माता बहन बेटियाँ या परिणीता।
हर नारी में देख इन्हीं सम पावन रिश्ता॥
नर-मादा में बँटो नहीं पशुवत हो भाई।
जग को सबसे पूर्व,हमीं ने राह दिखाई॥
फिर तेरा मन नारी देख क्यों ललचाता है ?
क्यों मानवता छोड़,निरा पशु बन जाता है ?
रिश्तों से ये दोष,तुरंत मिटाना होगा।
अवध न जाए हार,अवधपति!आना होगा॥
                              #अवधेश कुमार ‘अवध’

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

माँ की वेदना

Tue Jan 30 , 2018
मूक बने हैं हिन्दू सारे,हिम्मत ना हथियार रहा। दर्द की सीमा पर हुई ,दिल में दर्द अपार रहा॥ अब मुझको तू माँ ना कहना, तू रिश्ते से बाहर रहा। दूध पिया बिन मोल ही मेरा,हिन्दू तू कर्जदार रहा॥ बेच दिया तूने क्यूँ मुझको,टुकड़ों में बंटवाने को। निर्मोही इन जल्लादों के,हाथों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।