ज्ञान के  चक्षु खोल दे

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rd bairagi
हे माँ शारदे,
हमें ऐसा वर दे
ज्ञान के
चक्षु खोल दे,
तम छाया है
अज्ञान की
अंधेरी नगरी
की यहाँ,
चारों तरफ
माया है,
यहाँ ज्ञान के मंदिर
बहुत बने पड़े हैं,
यहाँ रोज
द्वार भी खुलते हैं,
गुरु और शिष्य भी
यहाँ रोज मिलते हैं,
लेकिन यहाँ पहले
जैसी कोई बात नहीं,
विद्यालय का
वातावरण बदल
गया है,
गुरु और शिष्य का
नाता पहले जैसा
नहीं रहा है।
यह हम नहीं,
सारा समाज
कह रहा है॥
            #आर.डी.वैरागी  
परिचय : श्री रमेशदास पिता तुलसीदास का जन्म ग्राम कल्याणपुरा जिला झाबुआ (म.प्र.) के छोटे से कस्बे में हुआ है। आप लेखक के रुप में ‘उधार’ नाम से जाने जाते हैं,जिनका जीवन सादा और विचार क्रांतिकारी हैं। लम्बे समय तक सरकारी कर्मचारी होने की वजह से इनकी रचनाओं में सरकार से जुड़े कामकाज और राजनीति पर काफी कुछ पढ़ने को मिलता है। आर.डी.वैरागी स्वभाव से अंतर्मुखी होकर जीवन का होशपूर्ण व्यापन करने की बात कहते हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य समाज को जागृत करना और हिन्दी भाषा को बढ़ावा देना है। काफी लम्बे समय तक सरकारी कर्मचारी होने की वजह से उनकी रचनाओं में सरकार से जुड़े कामकाज और राजनीति पर काफी कुछ व्यंग्य पढ़ने को मिलते हैं,  जिससे पाठक सोचने पर मजबूर होता है। इन्होंने अपनी रचनाओं में जीवन से जुड़े लगभग सभी तथ्यों पर विचारों को बेधड़क लिखा है। 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।