रोजगार का पथ

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avdhesh
पाल-पोसकर बच्चे को विद्यालय भेजा।
अँगड़ाई लेते सपनों को खूब सहेजा॥
तन मन धन को काट,उसे भरपूर पढ़ाया।
हर उपाधि के साथ,आरजू बीज उगाया॥
कर कठोर व्रत,साध साधना शिक्षा पाई।
वक्ष पिता की चौड़ा,माई अति मुस्काई॥
लेकर उपाधि साथ,चला रोजी को पाने।
हुई रोटियाँ दूर, उपाधियां लगी चिढ़ाने॥
यहाँ-वहाँ धकियाया,बेबसी का वह मारा।
बन्द हुई हर राह,हुआ वह बहुत बिचारा॥
एक तरफ दायित्व,दूसरी ओर विफलता।
ज्यों हो ईदी चाँद,पहुँच से दूर सफलता॥
मरणासन्न आरजू,घर वाले पुचकारें।
शिक्षा है इक द्यूत खेल जिसमें हम हारें॥
ना-ना सुनना,ना-ना कहना सिर पर भारी।
आरक्षण की कोढ़,जानलेवा बीमारी॥
बढ़ता जाए घर का कर्ज,बहन की शादी।
माई-बाबा मूक और बेसुध है दादी॥
कहे भतीजी,लिखो लेख शिक्षा पर चाचा।
कैसे कहूँ,सुनो बिटिया !मन तेरा काचा॥
शिक्षा उनके लिए जरूरी जिनकी सत्ता।
है गरीब के लिए नौकरी बर्रे-छत्ता॥
शिक्षा व रोजगार बीच कोई ना नाता।
आरक्षण के देश,जन्म ना देहुँ विधाता॥
                           #अवधेश कुमार ‘अवध’

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।