नई कहानी

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meena godare
छोड़ो कल की बातें कल की बात  पुरानी,
नए साल में लिख दें,आओ मिलकर नई कहानी।
हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

आज चुनौती खड़ी हुई हैं फाड़ के सीना,
दंगल और फसाद में मुश्किल हुआ है जीना।
अठारह का यह साल बनाएंगे  निराला,
बाहर हो जाएगा जो सब होगा काला।
नई सोच है,नई उमंगें,              है नए जोश की रवानी।        हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

सख्त किलों की फांद दीवारें चलो बढ़ें हम,
मुरझाए रिश्तों में आओ जान भरें हम।
मरी हुई संवेदनाएं चलो जगा दें,
शैतानों को क्यों न हम इंसान बना दें…
पत्थर को पिघलाकर कर दें आओ पानी-पानी।
हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

हम सब मिलकर आओ बनाएं एक एजेंडा,
सत्य-अहिंसा का जो फहराया झंडा।
क्यों न हम माता का पूरा फर्ज निभाएं,
कर्म-धर्म का रिश्ता क्या है उन्हें बताएं…
अब तक जो करते आए हैं,अब न करें नादानी।
हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

देश-विदेश में मनवा रहे हैं जो लोहा,
संस्कार से हमने ही तो उनको पोसा।
आज विश्व में फहर रही जो विजय पताका,
उसका आधा श्रेय हमें भी तो है जाता…
नहीं हमारे जज्बातों से कोई करे मनमानी।      हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

अंधी हैं जो परम्पराएं तोड़ के उनको,
नई मंजिलों की खातिर नई राह बनाएं।
संकल्पों की आओ एक मशाल जला लें,
अंधकार में में उजियारे की भोर सजा दें…
अमर रहे जो इतिहासों में’, लिख दें नई कहानी।              हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

छोड़ो कल की बातें,कल की बात पुरानी,
नए साल में लिख दें,आओ मिलकर नई कहानी।
हम हिंदुस्तानी,हम हैं नूरानी॥

            #मीना गोदरे 

परिचय : स्थाई रुप से इंदौर में निवासरत मीना गोदरे लेखन में लम्बे समय से ‘अवनि’ उपनाम से सक्रिय हैं। आपकी जन्मतिथि-११-अक्टूबर १९५६ एवं जन्म स्थान-सागर (म.प्र.) है। शिक्षा-एम.ए.(अर्थशास्त्र),संस्कृत इन डिप्लोमा एवं एनसीसी(क्रेडिट कोर्स)है। आपने धार्मिक शिक्षा में प्रथम भाग से रत्नकरंड श्रावकाचार एवं मोक्ष मार्ग तक की विधिवत परीक्षाएं उत्तीर्ण की है। अन्य शास्त्रों का भी अध्ययन किया है।कार्यक्षेत्र-इंदौर शहर ही है। सामाजिक क्षेत्र में आप रोटरी क्लब (सागर) सहित अ.भा. दिगंबर जैन महिला परिषद और सद्भावना महिला मंडल से जुड़ी रही हैं तो वर्तमान में भी प्रांतीय पदाधिकारी हैं। कुछ प्रकाशन पत्रिकाओं में सहयोगी के रुप में भी जुड़ी हुई हैं। आपकी विधा-गीत, गज़ल,कविता,कहानी,लेख, निबंध,लघुकथा और व्यंग्य है। आप ब्लॉग पर भी सक्रिय हैं। प्रकाशन में आपके नाम भक्ति गीत संग्रह-आस्था के पुंज,काव्य संग्रह ‘समुद्र के सीप’ सहित दो ग़ज़ल संग्रह,दो कहानी संग्रह एक काव्य संग्रह,दोहावली और निबंध संग्रह आदि है। कई पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन हो चुका है। आपकॊ सम्मान में शब्द शिल्पी सम्मान,भाषा सम्मान,हिंदी साहित्य सम्मान,भारत की सर्वश्रेष्ठ कवियित्री सम्मान, काव्य श्री सम्मान सहित हिंदी सेवा सम्मान, साहित्य सेवा सम्मान आदि मिले हैं।आकाशवाणी(सागर,छतरपुर व इंदौर)से १८ वर्षों से रचनाओं का प्रसारण हो रहा है तो दूरदर्शन(भोपाल)पर भी काव्य पाठ किया है। आपको कई सामाजिक संस्थाओं में २५ वर्ष से सभी पदों पर कार्यरत रहते हुए सर्वश्रेष्ठ अध्यक्ष सहित अन्य पुरस्कार एवं कनाडा से बेस्ट एम्यूनाइजेशन का भी पुरस्कार मिला है। आप ड्रेस डिजायनिंग के साथ ही हेन्डीक्राफ्ट आदि में भी कुशल हैं। आपके लेखन का उद्देश्य-प्रेरणा देना,सामाजिक विघटन- रुढ़ियों को दूर करना, सकारात्मक विचारधारा द्वारा जीवन और विकास को नई दिशा देना तथा देश व समाजहित में योगदान देना है।

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One thought on “नई कहानी

  1. बहुत सुंदर कविता। पुराने गीत को नए आयाम, बहुत सुंदर।

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।