लौट आए दिन छुट्टियों के

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l r seju
महीना आया दिसम्बर का
अवकाश शीतकालीन का,
असर मुक़म्मली सर्दी का
कंपकंपी वाली ठंडक का।
चारों ओर धुंध ही धुंध
कोहरे ने बढ़ाई मुश्किल,
नम हवा ने बढ़ाई ठिठुरन
स्कूल जाना हुआ कठिन।
स्कूलों में छाई खामोशी
कक्षा कक्ष पड़े खाली,
खेल मैदान में ओस कण बिखरे
ठंडे पड़े नानिहालों के झूले।
खेलेंगे,नाचेंगे और गाएंगे गीत
खेल-खेल में मिटाएंगे ठिठुरन,
छाई सर्दी की प्यारी धूप
निखरेगा नानिहालों का रूप।
सर्दी में पकवानों की महक
तिल के लड्डू और पकोड़े,
मालपुए आह!क्या कचौड़ी
लौट आए दिन छुट्टियों के।
मीठे व्यंजन बालमन को लुभाए
सर्दी में ऊनी वस्त्र मन भाए,
खेल-खेल में छुट्टियां बीत जाए
नानिहाल फिर स्कूल महकाए॥
                                          #एल.आर. सेजू
परिचय : एल.आर. सेजू थोब राजस्थान की तहसील ओसिया(जिला जोधपुर) में रहते हैं।आपको हिन्दी लेखन का शौक है। अधिकतर लेख लिखते हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।