पाती 

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suresh sourabh

हे ! सी•एम•पी•एम• महराज आप को सादर नमन।
मैं एक छोटे से गॉव का एक छोटा सा किसान हूं। मैं अपने बाल -बच्चों को खेती -किसानी से पाल- पोस रहा था, पर इधर एक समस्या से अब मैं घिर गया हूं। जब मैं रात को सोता हूं, तो मुझे अजीब-गरीब सपने आने लगतें हैं। मैं देखता हूं चारो ओर से तमाम गाय- बैल-सॉड मुझे हुडे़स रहे होते हैं। तब मैं परेशान हो जाता हूं। छटपटाता हूं। जोर-जोर से हॉफता हूं । फिर सारी-सारी रात अजीब बेचैनी में नींद नहीं आती है । अजीब उलझन से जोर-जोर से छाती उछलने लगती है।  सुबह उठकर जब अपने खेत देखने जाता हूं ,तो देखता हूं वही सपनो वाले गाय-बैल-सॉड सब मेरा खेत चर रहे होतें हैं। मैं इन्हें भगा -भगा कर बहुत तंग हो चुका हूं। अाधा हो चुका हूं। मेरा जीना मुहाल हो चुका है ,पर ये किसी भी कीमत पर भागने को तैयार नहीं। किससे अपनी फरियाद करूं ? कोई सुनने को तैयार नहीं। सभी इन अावारा जानवरों को ईश्वर का आवास बता रहें हैं। मैं क्या करूं हे ! महानुभावों हमारे परिवार का खाना-पीना दूभर हो गया है।
हे ! देश, राज्य और धर्म के रक्षको मेरी तकलीफ दूर करो, वर्ना मैं टोपी वाला धर्म अपनाकर इन्हें मार -मार कर खाने लगूंगा। फिर अाप कहते रहना, इसका साथ ,उसका साथ जनता का विकास।

           #सुरेश सौरभ 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।