दोनों दलों के लिए चिंतन आवश्यक

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naveen bilaiya(ad)
गुजरात चुनाव में आए नतीजों के आधार पर वर्तमान में भारत के सबसे बड़े दल  भाजपा को शुभकामनाओं के साथ सुझाव भी है कि,आप भले ही चुनाव जीतने में सफल हुए हों,लेकिन पिछले २० साल से गुजरात और पिछले ३ साल से देश में विपक्ष को धराशाई करने वाली दल भाजपा को भी चिंतन करने की आवश्यकता है।
 भारत के महानायक का गढ़ कहे जाने वाले राज्य में ही मात्र तीन साल में आप अपनी विश्वसनीयता कायम नहीं रख सके,और लोकतंत्र के आधार पर जीतने में तो कामयाब हो गए किन्तु प्रजातंत्र के आधार पर आप अभी से हारने लगे हैं। बिना विपक्ष के सत्तारूढ़ पार्टी मदमस्त हाथी की तरह हो जाती है,इसलिए स्वतंत्रता के बाद लगभग ६० साल तक राज करने वाली कांग्रेस को भी देश का नागरिक होने के नाते सुझाव है कि,आज गहन मंथन करने की आवश्यकता है कि, आखिर आपके द्वारा धार्मिक और हिंदूवादी मुद्दा अपनाने के बावजूद भी जनता के बीच आपकी विश्वसनीयता को वापिस लाने में कामयाब क्यों नहीं हो पाए।
                    सोचना होगा कि,कहीं आज आपके नेतृत्व या स्वतंत्रता के समय से बनाए हुए दल नीति अथवा नियम-कानूनों को बदलने या पुनर्विचार करने की जरूरत तो नहीं हैं। सर्वोच्च दलों के नेतृत्व को इस दिशा में गम्भीर चिंतन करना ही होगा,अन्यथा आगे यह परिणाम और भी चौंकाएंगे।
                                           #एड. नवीन बिलैया

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।