बेटी का घर 

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aarti jain
बेटी का कोई नहीं,
होता है घर।
हर रिश्ते के साथ,
बदलता है श‍हर।
एक घर का इंतजार,
करती हर पहर।
उम्र का कटता सफर पर,
बेटी को नहीं मिलता घर॥
                                                                                    #आरती जैन
परिचय:  आरती जैन राजस्थान राज्य के डूंगरपुर में रहती है। आपने अंग्रेजी साहित्य में एमए और बीएड भी किया हुआ है। लेखन का उद्देश्य सामाजिक बुराई दूर करना है।

matruadmin

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