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आज ख़ुशी मिली है इतनी
करुँ इजहार कैसे मैं।
लरजता तन हर्षित मन,
करुँ गुणगान कैसे में॥
दीप जलाऊं द्वार पर मेरे,
करुँ इंतजार कैसे मैं।
होंठों पर हंसी,आँखों में नमी,
करुँ इजहार कैसे मैं॥
सुहानी शाम आई है,
ले के श्याम को मेरे।
आरती सजाऊँ मंगल गाऊँ,
करुँ वन्दना कैसे मैं॥
#श्रीमती राजेश्वरी जोशी
परिचय : श्रीमती राजेश्वरी जोशी का निवास अजमेर (राजस्थान) में है। आप लेखन में मन के भावों को अधिक उकेरती हैं,और तनुश्री नाम से लिखती हैं।
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