हमारे सपने

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sarita narayan
हारते हम नहीं,
हारते हैं
हमारे सपने।
हम क्यूँ देते,
इतनी अहमियत,
अपने सपनों को।
सपने सच नहीं,
सच है ये ,
इक, मृगतृष्णा,
इक भँवर।
और, उस भँवर में,
फँसे हम,
न जाने किस राह निकल पड़ते ??
सपने रोज़ बदलते,
अपना रंग-रुप
इक बहुरुपिए की तरह।
न कोई आकार,
ना कोई रंग-रुप
बस हवा में तैरते रहते हैं,
ये सपने॥
                                                                  #डॉ. सरिता नारायण 
परिचय : डॉ. सरिता नारायण की जन्मतिथि-२४नवम्बर १९५६ एवं जन्म स्थान-पटना (बिहार) है। आपका राज्य-बिहार ही है,पर करीब ४ साल से पूना में हैं। आपकी शिक्षा-एमबीबीएस और डीजीओ है। कार्यक्षेत्र में आप अभ्यासी चिकित्सक हैं। ऐसे ही सामाजिक क्षेत्र में भी संस्थाओं से जुड़ी हुई हैं। ‘अनूगूंज’ एकल हिन्दी कविता संग्रह निक़ल चुका है तो सम्मान में शब्द सुगंध सम्मान प्राप्त हुआ है। आपने चिकित्सा के क्षेत्र में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-मन में उठ रहे विचारों को लिखकर मन को हल्का करना और समाज की कुरीतियों को पाठक तक पहुँचाना है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।