रंग-ए-जिंदगी

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manu shweta
ज़िन्दगी भी अज़ीब
रंग दिखाती है,
जो अपना हो नहीं सकता
उसके पास ले जाती है।
क्यों,ऐसे मोड़ पर
छोड़कर चली गई मुझको,
कि मैं चाहकर भी…..
कुछ चाह नहीं सकती।
कुछ बातों पर अपना
बस नहीं चलता,
वो तो यूं ही
हो जाया करती हैं।
तेरी दुनिया के
रुप निराले देखे,
हर मोड़ पर
चोट पहुँचाने वाले देखे,
कुछ हाथों से तो कुछ
जुबां से चोट देते हैं…।
हर किसी का मुकद्दर
हो गया निर्धारित,
लेकिन सब दांव
लगाने वाले जुंआरी देखे।
इस बार मेरी कोई
खता न थी ‘श्वेता’,
फिर भी संग मेरे लिए
हाथों में उठने वाले देखे हैं।
क्या करें हम कुछ
समझ नहीं आता,
बस दुआ के लिए
हाथ उठा रखे हैं॥
#मनु श्वेता
परिचय : मनु श्वेता उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर से हैं। जन्मतिथि ८ जुलाई १९८१ है,और शहर मुज़फ्फर नगर में ही निवास है। एम.ए. व बी.एड.की शिक्षा हासिल कर चुकी मनु श्वेता का कार्यक्षेत्र अध्यापन है। आप तुकांत, अतुकांत कविताओं के साथ ही लेख आदि भी लिखती हैं। विभिन्न काव्य संग्रहों,पत्र-पत्रिकाओं में आपकी कविताएं प्रकाशित हुई हैं। सम्मान के रुप में आपने आगमन युवा प्रतिभा सम्मान-२०१६ तथा ऋतुम्भरा सम्मान पाया है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।