मेरा दूसरा घर

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chirag
कुछ खास नहीं, मेरे लिए तो ख़ुशी का ठिकाना है।
ज्ञान का भण्डार, कुछ नया सीखने का आशियाना है॥
कुछ खास नहीं, एक टूटे दिल की कोशिश है।
ईद की ईदी जैसी, दीवाली की बख्शीश है॥
कुछ ख़ास नहीं, दिल में दबे एक लेखक की आस है।
कुछ अच्छा पढूं, कुछ अच्छा लिखूं,एक कोशिश है, एक प्रयास है॥
कुछ ख़ास नहीं, एक नई सोच की पहल है।
किसी के लिए विचार तो किसी के लिए विचारों का खेल है॥
कुछ ख़ास नहीं, किसी का दर्द,किसी की कहानी है।
किसी के लिए ये यादों की निशानी है॥
कुछ ख़ास नहीं, मेरे लिए तो मेरा ही
घर है।
मेरे जैसों का ही शहर है॥
कुछ ख़ास नहीं, मेरे लिए तो मेरी तो मेरी ये आवाज़ है।
मेरे सुर है, ये ही मेरा साज़ है॥
#चिराग बतरा
परिचय: चिराग बतरा का जन्म स्थान- शाहाबाद मारकंडा है। आप राज्य- हरियाणा और शहर-नई दिल्ली से सम्बन्ध रखते हैं। बी. टेक. की शिक्षा लेने के बाद पेशे से सॉफ्टवेर इंजीनियर हैं। लेखन का उद्देश्य सिर्फ आपकी रुचि है।

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2 thoughts on “मेरा दूसरा घर

  1. Nailed it bro
    #Meradusraghar

    To all those who stay apart from their families, this is a treat to your eyes

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