कैसे करें भरोसा

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akansha divedi
कैसे करें भरोसा किस पर करें यकीं।
खुदगर्ज है जमाना खुदगर्ज है जमीं॥
प्यार की आशा छोड़ दे, न कर कभी यकीं।
यहाँ झूठी आस है और प्यार की है कमी॥
होंठो पर हँसी है,आंखों पर है नमी।
बाहर से वो है इंसान,पर अंदर से नहीं॥
पग-पग तो है धोखा,जज्बात न कहीं।
अहसास खो गए हैं झूठ पर जमीं थमी॥
आंखों पर झूठे सपने कोरी आस है।
आस भी ऐसी,न जिस पर खुद विश्वास है॥
भाव क्यों सूख गए,क्यों है इनकी कमी।
क्यों नफरत से भरी है ये दिल की जमीं॥

                                                           #आकांक्षा द्विवेदी
परिचय : आकांक्षा द्विवेदी की जन्मतिथि १६ अक्टूबर १९८६ है। आपकी शिक्षा स्नातकोत्तर और पेशे से शिक्षिका हैं। लेखन क्षेत्र में शीघ्र ही २ पुस्तक आने वाली हैं। कवियित्री आकांक्षा द्विवेदी का निवास बिंदकी जिला फतेहपुर में है।सामाजिक अव्यवस्था पर कविता के माध्यम से प्रहार करके सुधार लाना आपका उद्देश्य है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।