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तुमसे ही चलती हैं साँसें,तुम जीवन का आधार प्रिये,
तुमसे ही जगमग जीवन है,तुम प्राणों का संचार प्रिये।
तुम आओ जीवन में मेरे,मैं मानूँगा उपकार प्रिये,
तुम तक ही सारा जीवन है,तुमसे ही ये संसार प्रिये।
तुम बूंदें हो,तुम ही बादल,तुम ठंडी एक फुहार प्रिये,
तुम तक ही सब रिश्ते मेरे,तुम सबकी रिश्तेदार प्रिये।
भाई,निज बेटा या दुश्मन,सब कहते हैं बेकार प्रिये,
तुम आती हो जब संग मेरे,सब करते हैं सत्कार प्रिये।
तुमसे ही जीवन का रस है,बस तुम ही हो रसधार प्रिये,
जिसने तुमको न अपनाया,जीवन उसका बेकार प्रिये।
नतमस्तक ‘प्रीतम’ कदमों में,हो ‘प्रीतम’ का तुम प्यार प्रिये,
जाना जिसने भी तुमको,वो समझा जीवन का सार प्रिये।
तुमसे ही चलती हैं सांसें,तुम जीवन का आधार प्रिये…….॥
#पंकज मिश्रा ‘प्रीतम’
परिचय : पंकज मिश्रा ‘प्रीतम’ का स्थाई निवास उत्तराखंड राज्य के चम्पावत जिले के टाक बलवाड़ी गाँव में है। बतौर अभिनेता रंगमंच कार्यशालाओं तथा हिन्दी रंगमंच में कार्य करते हैं। आपकी उम्र २४ वर्ष है।प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद रंगमंच में कार्य करने के साथ साथ जीवन यापन हेतु अंशकालिक कार्य भी करते हैं। अभी इस राज्य में रंगमंच की स्थिति ठीक नहीं होने से वर्तमान में दिल्ली में रह कर रंगमंच कर रहे हैं।
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