कर्मचारी राज्य बीमा निगम कार्यालय में कवि सम्मेलन का आयोजन

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एक घर बनाने की मशक्कत जानता हूँ- सुनील कुमार

इन्दौर। कर्मचारी राज्य बीमा निगम श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के नंदा नगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह के अवसर पर भव्य कवि सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर निगम के क्षेत्रीय निदेशक डॉ मोहम्मद रुबानी एवं अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे। कवि सम्मेलन में इंदौर के युवा कवियों और शायरों के साथ निगम के चुनिंदा शायरों ने भी शिरकत की। इनमें उभरती हुई प्रतिभाओं में मुस्कान राज, नितेश कुशवाह, यश पटेल, हिमांशु वर्मा, रिया मोरे, रामकरण विजय प्रताप, प्रशांत शर्मा, प्रशांत कलावत ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन श्री सुनील कुमार, सहायक निदेशक (राजभाषा) ने किया, जिनमें उन्होंने पिता पर शानदार कविता पढ़ी, “एक घर बनाने की मशक्कत जानता हूं , मैं खुद कमाता हूं हकीकत जानता हूं” और श्रोताओं की खूब दाद बटोरी।
इस मौके पर कर्मचारियों द्वारा राजभाषा सम्बंधित प्रतियोगिताओं के पुरस्कारों का वितरण हुआ।
आयोजन में श्री विनोद विमल, उप निदेशक, श्री अतुल कुमार, उप निदेशक, डॉ मनीष मालवीय, डॉ नीरज श्रीवास्तव, डॉ जय करण यादव आदि मौजूद रहें।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।