देश की पुकार का है नाम वन्देमातरम्
देश की ललकार का है काम वन्देमातरम्
आन और बान है महान वन्देमातरम्
भारत भूमि की है शान वन्देमातरम्
बहनों की राखी का है मान वन्देमातरम्
ब्याहता के सिंदूर की है जान वन्देमातरम्
राष्ट्र की एकता का है तान वन्देमातरम्
राष्ट्र के राग का है वरदान
वन्देमातरम्
वीर के वैभव का है धाम वन्देमातरम्
देश की प्रगति का है संज्ञान वन्देमातरम्
शारदे की वंदना का गान वन्देमातरम्
भारती की अर्चना का तान वन्देमातरम्
देशभक्ति भावना का है अभिमान वन्देमातरम्
राष्ट्र की प्रभावना का स्वाभिमान वन्देमातरम्
मिलजुल कर गाओ वन्देमातरम्
सुर से सुर मिलाओ वन्देमातरम्
वन्देमातरम्
वन्देमातरम्
डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’
राष्ट्रीय अध्यक्ष, मातृभाषा उन्नयन संस्थान, इंदौर