सा रे गा मा

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जीवन का संगीत सीख ले,
खुशियाँ घर में आएंगी।
दुःख चिन्ता सब दूर रहेगी,
सुख की घड़ियां आएंगी।

सा रे गा मा जिसने सीखा,
उसने जीवन आसान किया,
सीख सका ना जो इसको,
उसने जीवन बर्बाद किया।

सुर लय ताल से जीना सीखो,
जीवन सफल हो जाएगा।
जीवन की कठिन परीक्षा में,
सदा सफलता पाएगा।

कब थमना है कब चलना है?
कैसे जीवन मधुर बनाना है?
कब झुकना है कब लड़ना ह?
क्या हमको नहीं करना है?

खोजे जिसने उत्तर इनके,
उसको ही जीना आया है।
आया हुनर जीने का जिसको,
उसी ने परचम लहराया है।

कानों में रस घोले जो,
वो ही संगीत प्यारा है।
बेसुरा राग अलापना,
ये ना किसी को भाया है।
🎼
संगीत दिवस के अवसर पे,
सात सुरों को गाएं हम।
एक बार मिला है जो जीवन,
उसको सफल बनायें हम।

स्वरचित
सपना (सo अo)
जनपद-औरैया

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

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