धरती रोया अम्बर रोया
वीर सैनिकों की शहादत पर
टूट चुका धैर्य और विश्वास
चहुँ ओर उमड़ रहा सैलाव
धन्य है वीरो की माताएँ
जो पुनः पोतो को दे रही आर्शीबाद
पाक तेरा जल्द होगा सर्वनाश।
जन जन की आकांक्षा
अंगार बनकर फूट रहा
अश्रुधारा से बच्चों को
बना रहा फौलाद
पाक तेरा जल्द होगा सर्वनाश।
बनकर चट्टानों सी
इरादे है अरमानो की
बदल डालो इतिहास
मिटा डालो शरहद को
लांघकर तुम हर दिवार
पाक तेरा जल्द होगा सर्वनाश।
उठो एक सवेरा आया है
आतंक की नगरी का
कर डालो सर्वनाश
दुआएं देंगी माताएँ
उजडी हुई सुहागिने
जब होगा आतंक का सर्वनाश।
देख रहा हूँ उस नगरी को
जो चल रहा राह सर्वनाश
चहुँ ओर चर्चाएँ होने लगी खास
इसलिए नजदीक है सर्वनाश
पाक तेरा जल्द होगा सर्वनाश।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति