गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है, मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है, हालांकि जब वे प्यासे होते हैं तो घरों के सामने दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं। कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते है।गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। लोगों का थोड़ा सा प्रयास घरों के आस पास उड़ने वाले परिंदों की प्यास बुझाकर उनकी जिंदगी बचा सकता है। ऐसे ही कुछ प्रयास किया है खंडवा के दादाजी वार्ड निवासी मुकेश काले द्वारा उन्होंने अपने घर की छत पर एक लोहे के एंगल पर पक्षी घर बनवाया और उसमें दाना पानी रखने हेतु सुविधा की छत में भी पानी की व्यवस्था की, छायादार जगह बनाकर वहां पानी के बर्तन भर कर रखें। पक्षियों के लिए चना, चावल, ज्वार, गेंहूं आदि जो भी घर में उपलब्ध हो उस चारे की व्यवस्था छत पर की गई।जिससे भूख प्यास से भटक रहे पक्षी उसमे आराम से बैठ कर अपनी भूख और प्यास मिटा सकें । साथ ही घर की छत पर मिनी गार्डन बना रखा है। जिसका नाम मन गार्डन रखा है साथ ही विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे लगा रखे है जिससे पक्षियों को उनके घर जैसा एहसाह हो और वह वहां अपना घोंसला भी बना सके।मुकेश काले ने बताया कि सभी लोगो को गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिएउन्होंने कहा की सुबह आंखें खुलते ही घर की छत पर और आस-पास गौरेया, मैना व अन्य पक्षियों की चहक मन को मोह लेती है। घरों के बाहर फुदकती गौरेया बच्चों सहित बड़ों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है। गर्मियों में घरों के आसपास इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें। मनुष्य के साथ-साथ सभी प्राणियों को पानी की आवश्यकता होती है। मनुष्य तो पानी का संग्रहण कर रख लेता है, लेकिन परिंदे व पशुओं को तपती गर्मी में यहां-वहां पानी के लिए भटकना पड़ता है। पानी न मिले तो पक्षी बेहोश होकर गिर पड़ते हैं। इश्लिये अपने घर की छत पर बर्ड हाउस बनाने का विचार आया में और मेरी पत्नी पूर्णिमा काले और मेरे पुत्र आदित्य अथर्व पूरे परिवार ध्यान रखते है। कितने ही चिड़ियों और कबूतरों ने यह अपना घोंसला भी बना रखा है।
मुकेश काले ने और लोगो से भी अपील की है कि वह भी अपने घरों में इस तरह की व्यवस्था करे नही कर सकते तो घरों के बाहर पानी के बर्तन भरकर टांगें, या बड़ा बर्तन अथवा कटोरा पानी भरकर रखें, जिससे मवेशी व परिंदे पानी देखकर आकर्षित होते हैं।