साहित्यकार *अनिता मंदिलवार “सपना”* को इंडियन आर्ट डे के अवसर पर *इंडियन आर्टिस्ट अवार्ड

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साहित्यकार अनिता मंदिलवार सपना अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ को सागर कला भवन, एस बी सागर इन्स्टीट्यूट आफ आर्ट यू पी एवं रिया जनसेवा एवं शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान द्वारा इंडियन आर्टिस्ट अवार्ड 2021* से सात मई को इंडियन आर्ट डे के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा । यह अवार्ड उत्कृष्ट रचना के लिए प्रदान किया गया है ।
अनिता मंदिलवार सपना की इसके पहले लगभग दो सौ पचास साझा संग्रह और दस एकल संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । साहित्यिक योगदान के लिए इन्हें पहले भी बहुत बार सम्मानित किया गया है । इसके पहले लगभग पाँच सौ से अधिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं । वर्तमान में वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय असोला अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं।
वह सम्मानित करने के लिए संस्थान को ह्रदय से आभार व्यक्त करती है । साहित्यिक संस्थानों में कलम की सुगंध छत्तीसगढ़ प्रांताध्यक्ष, राष्ट्रीय सखी साहित्य परिवार छत्तीसगढ़ की प्रांताउपाध्यक्ष, व्यंग्यम साहित्यिक समिति की अध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्था महिला काव्य मंच सरगुजा जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्था शब्दाक्षर की सरगुजा जिलाध्यक्ष, स्वदेश संस्थान की सरगुजा प्रभारी,यूथ वर्ल्ड की राष्ट्रीय इकाई की सदस्य, हिन्दी साहित्य भारती सरगुजा की संयुक्त मंत्री, अखिल भारतीय हिंदी महासभा की सरगुजा जिला उपाध्यक्ष, आगमन साहित्यिक संस्था की प्रदेश सांस्कृतिक सचिव के पद के साथ सौ से अधिक साहित्यिक संस्थानों में साहित्यिक सेवाएं प्रदान कर रही हैं ।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।