मोहब्बत के लिए…

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गीत कविता लेख आदि
मोहब्बत पर लिखता रहा।
और लोगों की हंसी का
पात्र मैं बनता रहा।
क्योंकि वो लोग हमें
पागल जो समझते थे?
इसलिए मेरी लेखनी
पर वो हमेशा हँसते थे।
पर जब मेरे मोहब्बत के
एक छोटे से पैग़ाम ने।
लोगों को मोहब्बत करना
और निभाना सिखा दिया।
लोगों में मोहब्बत का नशा
उस पैगाम ने भर दिया।
और हँसने वालो के मुँह पर
एकदम ताला लगा दिया।।

अब तो मुँह छुपाते फिरते हैं
और रातके अंधेरे में निकाले हैं।
क्योंकि मोहब्बत से जो
उन्होंने दुश्मनी कर ली हैं।
तभी तो मोहब्बत के लिए
यहाँ वहाँ रातको भटकते हैं।
पर कम्बख्त मोहब्बत भी
अब उन्हें पसंद नहीं करती।
इसलिए तो कुँवारेपन के
55 वर्ष पूरे कर गये हैं।
पर दिल आज भी उनका
बचपन के जैसा तड़प रहा है।।

हम तो मोहब्बत पर
लिखते है और गाते है।
तभी तो मोहब्बत को
दिल से निभाते है।
और अपनी कलम के
द्वारा जिंदा रखते है।
तभी तो मोहब्बत के गीत
कविता लेख लिख पाते हैं।
और इंसानी मोहब्बत का
धर्म अपना निभाते है।
और लोगों के दिलों में
मोहब्बत के बीज बोते हैं।
जिससे स्नेह प्यार और अपनापन अंकुरित हो सके।।

जय जिनेंद्र देव
संजय जैन मुंबई

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।