जिंदगी के खेल में मात हुई………….

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omprakash binjve

जिंदगी के खेल में मात हुई, तजुर्बा तो हुआ।
उन्हें हम से चाहत नही, फैसला तो हुआ।

वो कुबूल करे के न करे,ये उन की है मर्जी,
हर अंजुमन में, मौहब्बत का चर्चा तो हुआ।

अब भी आते है उन के ख्वाब पिछले पहर,
वो दिल से दूर नही, नजर का फासला तो हुआ।

जिंदगी के मसअलों में रहते है मशरूफ,
माजी को भुलाने का अब ये भी रास्ता तो हुआ।

लौटा हूँ मै अपने गाँव, एक मुद्दत के बाद,
माँ की पथराई आँखों से फिर सामना तो हुआ।

#ओमप्रकाश बिन्जवे ” राजसागर “

नाम – ओमप्रकाश बिन्जवे ” राजसागर “
व्यवसाय – पश्चिम मध्य रेल में बनखेड़ी स्टेशन पर स्टेशन प्रबंधक के पद पर कार्यरत
शिक्षा – एम.ए. ( अर्थशास्त्र )
वर्तमान पता -भोपाल( म . प्र .)
रूचि – लेखन , फिल्म निर्माण, पर्यटन, संगीत
लक्ष्य – फिल्म निर्माण, म्यूजिक स्टूडियो, पुस्तक प्रकाशन
उपलब्धि
पूर्व सम्पादक मासिक पथ मंजरी भोपाल
पूर्व पत्रकार साप्ताहिक स्पूतनिक इन्दौर
प्रकाशित पुस्तकें
खिडकियाँ बन्द है (गज़ल सग्रह )
चलती का नाम गाड़ी (उपन्यास)
बेशरमाई तेरा आसरा ( व्यंग्य संग्रह)

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।