शिव है सबके कर्ताधर्ता।
शिव ही है भक्तों के वरदानकर्ता।
तभी तो पाते सुख शांति हम सब।
शिव के बिना जग है सुना सुना।
इसलिए हर कोई कहता
सुबह शाम ॐ नमशिवाय।।
जो रखते है महाशिवरात्रि का व्रत,
और करते शिवजी की पूजा।
तो हो जाती उनकी सारी इच्छाएं पूरी।
शिव जैसा दयालु जगमें नहीं है दूजा।
इसलिए पूजे जाते विश्व के घर-2 में।।
यदि शिव के साथ नाम
न लिया जाये मांपार्वती का।
तो महाशिवरात्रि का अर्थ है अधूरा।
भक्तों की सिपारिशकर्ता
सदा ही मां पार्वती होती है।
इसलिए सबसे ज्यादा नारीयाँ
पूजे शिव पार्वती को ही।।
सभी पाठकों और मित्रो को महाशिवरात्रि की बहुत बहुत बधाई और शुभ कमानाएँ ।
ॐ शिव नमः
जय जिनेंद्र देव
संजय जैन (मुम्बई)