सागर

0 0
Read Time1 Minute, 12 Second

बहुत दुख है सागर को
जो किसीको दिखाते नहीं।
फिर भी सभी के दुखोको
समेट लेता है अपने अंदर।
और सुकून देता है सदा
अपनी ठंडी लहरो से।
तभी तो गम समुद्रतट पर
स्वंय ही हँसने लगता है।।

जो लहरो को देखता है
समझ उसको आता है।
सागर की हकीकत को
स्वंय मेहसूस करता है।
और सोचता है की सागर
शांत क्यों नहीं रहता।
क्योंकि जमाने की गंदगीको
अपने अंदर रखता है।।

सागर के तट पर बहुत
आंनद आता है सुबह शाम।
जो प्रेमी प्रेमिकाओ को
बहुत ही लुभाता है।
और मोहब्बत के सागर में
डूबने को बुलाता है।
और स्वागत खुद सागर
बाहों में लेकर करता है।।

सभी नदियों को अपने
दिलमें जगह देता है।
जो जिस रूप में होती
उसे वो अपना लेता है।
और उसकी सारी गंध को
अपने अंदर लेकर मिटा देता।
और छोटी-2 नदियों को
बना देता वो सागर।।

जय जिनेंद् देव
संजय जैन (मुंबई)

matruadmin

Next Post

समय

Fri Jan 22 , 2021
परमात्म साधना की निर्धारित उम्र नही होती किसी अच्छे काम के लिए महूर्त की जरूरत नही होती बचपन मे भी हो सकता है किसी को ईश्वरीय बोध इसके लिए बड़े होने की आवश्यकता नही होती यह इंतजार नाकाफी है कि समय बहुत पड़ा है जीवन तो क्षणभंगुर है पल की […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।