कविता आँखें खोलती,कविता लड़ती जंग
कविता लाती चेतना,कविता भरती उमंग।
कविता दिल में उतरती,कविता करती मार
कविता जोश उभारती,कविता की तलवार।
शस्त्र सिर्फ कर सकते,तन पर ही प्रहार
अंतर्मन झकझोरती,ये कविता की धार।
कविता जब लगाती है,अपनी तेज हुंकार
अर्जुन भी उठ खड़ा हो,करता है ललकार।
याद दिला इतिहास का,बढ़ाती उल्ल्हास
युद्ध के मैदानों में,जगा जीत की आस।
आज़ादी की जंग में,भी फूंकी थी जान
गोरों को भगाने में,था बड़ा योगदान।
भ्रष्टाचार,से भिड़ी,है जन-जन के साथ
अनाचार से लड़ रही,थाम आपका हाथ।
कविता ने ही देश का,बढ़ा दिया सम्मान
कविता की फुफकार को,जाने सकल जहान।
कविता कभी ना झुकती,होगा ना अवसान
कविता से “संतोष”है,इसका हो सम्मान।
#सन्तोष कुमार नेमा ‘संतोष’
परिचय : लेखन के क्षेत्र में सन्तोष कुमार नेमा ‘संतोष’ जबलपुर से ताल्लुक रखते हैं। आपका जन्म मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के आदेगांव ग्राम में 1961 में हुआ है। आपके पिता देवीचरण नेमा(स्व.) ने माता जी पर कई भजन लिखें हैं, जिनका प्रकाशन भी हुआ है।1982 से डाक विभाग में सेवारत होकर आप प्रांतीय स्तर की ‘यूनियन वार्ता’ बुलेटिन का लगातार संपादन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी प्रांतीय सचिव चुने जाने पर छत्तीसगढ़ पोस्ट का भी संपादन लगातार किया है। राष्ट्रीय स्तर पर लगातार पदों पर आसीन रहे हैं।आपकी रचनाएँ स्थानीय समाचार पत्रों में प्रमुखता से छपती रही हैं। वर्त्तमान में पत्रिका के एक्सपोज कालम में लगातार प्रकाशन जारी है। आपको गुंजन कला सदन (जबलपुर) द्वारा काव्य प्रकाश अलंकरण से सम्मान्नित किया जा चुका है। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं में भी आप सक्रिय हैं।आपको कविताएं,व्यंग्य तथा ग़ज़ल आदि लिखने में काफी रुचि है। आप ब्लॉग भी लिखते हैं। शीघ्र ही आपका पहला काब्य संग्रह प्रकाशित होने जा रहा है।
Shri San tosh Nema Jee , is a nice personality and pride of indiapost, I know him personally and had been associated with him during my 2 years posing in Jabalpur.He is a top union leader, a good social worker and a faithful govt servant.
I wish him high horizons in all the fields