आया जी आया रक्षा बंधन का त्यौहार ,
भाई – बहनों का का प्यार का त्यौहार ,
जीवन के जन्मों-जन्मों का साथ देती ,
बहना भाई के जीवन को रक्षा करती ,
संसार के हर दुखों से भाई की भलाई करती ,
जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन की रक्षा करती हैं ,
हर संकट मे हौसला बढ़ाती भाई को ,
प्यार दुलार भाई पर लुटाती हमेशा ,
जीने की हजारों-हजार साल तक कामना करती ,
भाई की हर दुखों को हर लेती ,
उनकीं सुखी रहने की कामना करती ,
अपना अमृत सागर सुख चैन लुटाती ,
बहना भाई की एक शान होती है ,
जीवन मे हर परिस्थियों से भाई को बचाती है ,
ममता की चादर ओढाती है ,
ममता की मूरत से सजाती है !
#रूपेश कुमार
छात्र एव युवा साहित्यकार
शिक्षा – स्नाकोतर भौतिकी , इसाई धर्म(डीपलोमा) , ए.डी.सी.ए (कम्युटर),बी.एड
वर्तमान-प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी !
प्रकाशित पुस्तक ~ ‘मेरी कलम रो रही हैं’ और ‘मेरी अभिलाषा’ एवं आठ साझा संकलन!
विभिन्न राष्ट्रीय पत्र- पत्रिकाओं मे कविता,कहानी,गजल प्रकाशित !
कुछ सहित्यिक संस्थान से सम्मान प्राप्त !
पता सीवान(बिहार)