*साहित्य की ये सरिता यूँ ही अविरल बहती रहे:- कुशवाह*
भवानीमंडी |
अखिल भारतीय साहित्य परिषद इकाई भवानीमंडी द्वारा प्रकाशित साहित्य दर्शन ई पत्रिका के चतुर्थ अंक पावस प्रकृति और प्रीति का विमोचन भव्य ऑनलाइन विमोचन समारोह में सोमवार को मुख्य अतिथि भंवरसिंह कुशवाह प्रधान संपादक बालाजी टाइम्स के कर कमलों से किया गया। ऑनलाइन विमोचन समारोह के संयोजक एवम साहित्य दर्शन पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित ने बताया कि इस अंक में 18 रचनाकारों की श्रेष्ठ रचनाएँ संकलित है।जो परिषद द्वारा प्रदत्त विषय पर आधारित है। समारोह के विशिष्ट अतिथि कवयित्री गीता दुबे जी, कवि महावीर प्रसाद जैन, विशेष सानिध्य शोभा राम नागर शोभित एवम राजेन्द्र आचार्य रहे। इससे पूर्व गणेश स्तुति व सरस्वती वंदना कवि राजेश पुरोहित ने प्रस्तुत की।मुख्य अतिथि महोदय भँवर सिंह कुशवाह ने अपने उद्बोधन में कहा “पटल पर उपस्थित सभी साहित्कारों का आत्मीय अभिनन्दन, साहित्य की यह सरिता यूँ ही अविरल बहती रहे और इसमें मेरे योग्य जो भी आदेश होगा मैं मन,वचन और कर्म से उसका पालन करूँगा।आज मुझे इस योग्य समझने के लिए आप सभी का आत्मीय आभार विशेष रूप से आदरणीय राजेश जी का।”