एक सत्य ये भी है

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जन्म मरण का अब,
समीकरण बदल गया।
इंसान इंसान से दूर,
अब होता जा रहा है।
जीने की राह देखकर,
मरने की बात करने लगे।
फर्ज इंसानियत का भूलकर,
समिति अपनो तक हो गए।।

न दुआ काम आ रही है,
न प्रार्थनाएं रंग ला रही है।
पाप भरी पड़ रहे है,
पुण्यों के अनुपात में।
इसलिए सारी व्यवस्थाएं,
कर्ताधर्ता ही मिटा रहे है।
और फिर भी अपने आपको,
खुद ही मसीहा कह रहे है।।

सारी हेकड़ी एक ही,
झटके में निकल दी।
आसमान में उड़ने वाले,
अब जमी पर आ गिरे।
जो कल तक बात नही,
पूछते थे अपने से छोटा से।
आज वो ही लोग इन,
अहंकारियों के काम आ गए।।

बड़े तो बड़ो से ही,
भाग रहे है।
अपनी दोस्ती भी बस,
फोनों पर ही निभा रहे है।
सही मयानो में वो,
औपचारिकता निभा रहे है।
पर मध्यमवर्गी लोग आज भी,
अपनों का साथ निभा रहे है।।

जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

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एक दर्द भरी दास्ता

Sat Jun 13 , 2020
दिल के जख्म कैसे दिखाए आपको। उनमें कितना दर्द है कैसे बताए आपको।। दिल पर जो बीत चुकी है बीत जाने दो। उसे दुबारा से कैसे सुनाए आपको।। तुमने सताया है पहले ही ज्यादा। फिर हम क्यो सताए आपको।। जो जख्म दिए बेवफ़ाई के तुमने उनको हर बार कैसे दिखाए […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।