प्रार्थना-पत्र 20

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सेवा में,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी,
दिनांक: 17 मार्च 2020
विषय: नागरिकता संशोधन कानून सी.ए.ए. के पक्ष में एवं सम्पूर्ण न्याय की पहली कड़ी आपकी सरकार द्वारा भी दी जा रही पागल की पेंशन ₹ 22060 बंद कर तुरंत पदयात्रा की अनुमति दें।

आदरणीय महोदय,
जय हिंद!

आदरणीय माननीय सम्माननीय प्रधानमंत्री दमोदर भाई नरेंद्र मोदी जी एवं सशक्त गृहमंत्री अमित शाह जी आपसे विनम्र प्रार्थना है कि आपकी सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन सशस्त्र सीमा बल अर्थात एस.एस.बी. विभाग द्वारा मुझे दी जा रही पागल की पेंशन ₹ 22060 तुरंत बंद करवा दीजिए।

  क्योंकि इससे जम्मू के मेडिकल बोर्ड से लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान एम्स नई दिल्ली द्वारा जारी प्रमाण पत्र के साथ-साथ न्यायपालिका की भी तोहीन हो रही है।
  माननीय प्रधानमंत्री जी मैं नहीं चाहता कि मुझे दी जा रही उक्त पागल की पेंशन आपकी सरकार के सुनहरे कार्यकाल के स्वर्ण अक्षरों पर काले अध्याय का प्रकोप पड़े।क्योंकि मेरी राष्ट्रभक्ति को राष्ट्रद्रोह के कलंकित आरोप और कलंकित पागल की पेंशन कांग्रेस सरकार की देन है।जो आपकी सरकार में भी बार-बार रोकने हेेतु दी गई अनेक प्रार्थाओं के बावजूद चल रही है और यह कलंकित पेंशन आपकी सरकार द्वारा संशोधित 'दिव्यांगजन अधिनियम 2016' का भी उल्लघंन एवं अपमान कर रही है।चूंकि आपने उक्त अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लेख भारत में आए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उसके अतिथिकाल में भी जोर-शोर से किया था।
  इसलिए मुझे मेरी नौकरी पर पद सहित ससम्मान भेजें और मेरी पागल की पेंशन तुरंत बंद करें।क्योंकि मैं नहीं चाहता कि आपका और आपकी सशक्त सरकार के उल्लेखनीय स्वर्ण अक्षरों में एम्स द्वारा मानसिक स्वस्थ घोषणा के बावजूद मुझे दी जा रही पागल की पेंशन का काला बिन्दु लगे।यूँ भी स्वच्छता अभियान के संचालक के सुनहरे स्वर्ण अक्षरों वाले दामन में काला धब्बा शोभा नहीं देता।
  इसलिए माननीय प्रधानमंत्री जी जितनी जल्दी हो सके कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मुझे पीड़ित-प्रताड़ित कर लगाए गए झूठे राष्ट्रद्रोह के कलंकित आरोप की पारदर्शी जांच आरम्भ करते हुए और आपके कार्यकाल में भी माननीय दिव्यांजन न्यायालय में एम्स के जारी किए गए मानसिक स्वस्थ सिद्ध प्रमाणित होने के बावजूद दी जा रही कलंकित पागल की पेंशन जो ₹ 22060 प्रति माह है को तुरंत बंद कर कृतार्थ करें।ताकि मैं भी समस्त संवैधानिक अधिकारों का सुख प्राप्त कर सकुँ।
  उल्लेखनीय है कि मेरे माथे पर लगे ऊपरोक्त दोनों कलंकित शब्दों के धब्बे मुझे दिन और रात को चैन सेे सोने नहीं देते।जिन्हें धोने एवं सम्पूर्ण न्याय के लिए अपनी कुल 57 वर्ष से ऊपर की आयु में मैं पिछले 27 वर्षों से संघर्षशील हूँ।सम्माननीयों

प्रतिलिपि सेवा में:- (1) माननीय सांसद डा.जितेंद्र सिंह जी, शमशेर सिंह मन्हास जी एवं जुगल शर्मा सहित
(2) माननीय उपराज्यपाल जम्मू कश्मीर,डिव काम जम्मू, डीसी जम्मू और एसडीएम अखनूर व एसडीएम खौड़ एवं कई अन्यों को सूचना एवं शीघ्र उचित कार्यवाही हेतु अणुडाक अर्थात इमेल द्वारा सादर भेज दी हैं।सम्माननीयों जय हिंद

प्रार्थी
इन्दु भूषण बाली
आरएसएस के स्वयंसेवक, पत्रकार, चिंतक, आलोचक, हिंदी+अंगरेज़ी+डोगरी लेखक, विचारक, शोधकर्ता एवं भारत के राष्ट्रपति पद का पूर्व प्रत्याशी समीप महावीर मंदिर खौड़ कैंप,
डाकघर व तहसील:- खौड़
जिला:- जम्मू
प्रदेश जम्मू व कश्मीर

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।