अहसास तेरी छुअन का

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anita mishra
आज तक याद है,
वो मीठा स्पर्श तेरा..
नव-यौवना संकुचित-सी,
दुल्हन बन आई
नया घर,नए लोग,
नया परिचय तुम्हारा।।

अब तक मां-बाबा,भाई-बहन से ही पाया स्नेहिल स्पर्श,
ये नया-सा अहसास तेरी छुअन का, हाथों में हाथ लेकर मानो कह रहे हों..
आओ संगिनी स्वागत है,
मेरे हृदय-कुंज में,
जी लें हम इस मधुर पल को,
बना दें अमिट इस मौन रात्री को।।

कितने झंझावत सहे जीवन में,
चाहत में तुम्हारी सब भूल-सी जाती..
वो स्पर्श याद कर मरकर भी
जी जाती।।

सांध्य-बेला है,ढलती उम्र की पहाड़ी पर खड़ी,
आज भी उस स्पर्श को याद कर जी लेती हूँ..
तुम्हारे साथ सभी बीते पल।।
                #अनीता मिश्रा

परिचय  : अनीता मिश्रा का जन्म स्थान बिहार है और आपकी शिक्षा बॉटनी से है। हिन्दी साहित्य के साथ ही भोजपुरी में भी लेखन करती हैं। किताबेंं पढ़ना,लिखना आपकी पसंद है। गरीबों की मदद करने के लिए आप कई संस्थाओं से जुड़ी हैं। कुछ साहित्यिक संस्थाओं में सदस्य और अध्यक्ष भी हैं। कई कविताएँ और साझा संकलन छप चुके हैं। सम्मान में साहित्य सागर सम्मान, सहोदरी सम्मान और श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान भी हासिल हुआ है। कई पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,लेख,संस्मरण भी लिखती हैं। वर्तमान में हजारीबाग
(झारखंड)में बसी हुई हैं।

matruadmin

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।