शपथ संविधान का लेकर
निभाना जरूर लोगो के लिए
चकाचौंध दुनिया और रूतवा पाकर
भूल न जाना अगले चुनाव के लिए।
जन भावना है इससे जुडा हुआ
आशाओं का घर घर वसेरा है
बंद ऑखो में बसी है मूरत तेरी
टकटकी लगी है योजनाओ के लिए।
रस्सा कस्सी दकियानूसी
बातों का बखेरा ना करना
अपने पथ पर सदा चलते हूए
काम करना जन कल्याण के लिए।
ओछी हरकतों से दूर रहकर
बात करना जरूरतमंदो की
अक्लमंद बनते जाओगे
ये सभी नुक्ख अगर तुम अपनाओगे।
बात होती है जहाँ
मसले सुलझ जाते
गैरो के शहर में भी
अपने बन जाते।
बात होती जब राजनीति की
सब बराबर हो जाते
सभी वर्णो में तो नेताजी
खोकर रह जाते।
हाथ जोड़ कर सभी लोगो का
अभिवादन स्वीकार करना
दिल से भेद-भाव मिटाकर
सभी का सम्मान करना।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति