रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’ को शिक्षा मंत्री करेंगे राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित

0 0
Read Time2 Minute, 16 Second
IMG-20190414-WA0096
मातृभाषा उन्नयन संस्थान राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष व बोली विकास कार्यक्रम‌ अधीक्षक श्री रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’ जयपुर  को  लेखन व समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान हेतु हरियाणा की साहित्यिक संस्था विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति (रजि 02314) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर के सम्मान समारोह में विलक्षणा रत्न सम्मान 2018 से सम्मानित किया जाएगा। रिखब जी को संस्था के महासचिव विकास शर्मा जी ने चयन की सूचना ‘प्रेषित की।
भारतवर्ष की ख्यातिनाम 13  विभूतियों को इस सम्मान के लिए विशेषतौर पर चुना गया है जिसमें रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’ जयपुर राजस्थान का नाम शामिल है।
यह सम्मान समारोह रोहतक हरियाणा प्रदेश में 14जुलाई,2019 को  होगा जिसमें रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’  को कार्यक्रम के मुख्यातिथि प्रो०रामबिलास शर्मा जी (शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार )के कर कमलों द्वारा विलक्षणा रत्न सम्मान 2018 प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि हरियाणा की आन बान शान बॉलीवुड अभिनेता यशपाल शर्मा जी,नरेंद्र मोदी विचार मंच के संस्थापक आदरणीय रवि चाणक्य जी ,आदरणीय भाई यशपाल शर्मा जी की धर्मपत्नी श्रीमती प्रतिभा जी ,बॉलीबुड और हरियाणवी गायक विकास कुमार जिनका गाया गाना आज भी शादियों में बजता है हट जा ताऊ पाछै नै भी शिरकत करेंगे हरियाणा के जाने माने लेखक और गायक रामकेश जीवनपुर मुंबई के प्रसिद्ध उद्योगपति आदरणीय नरेश शर्मा जी भी शिरकत करेंगे।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

हिंदी

Wed Jun 26 , 2019
नई शिक्षा नीति में बने सब भागीदार नई पीढ़ी का भविष्य न छोड़े मझधार राष्ट्रभाषा हिन्दी का भविष्य संवार लो नई शिक्षा नीति को हिंदी में ढाल लो मूल्यपरक शिक्षा का हो समावेश आध्यात्म ज्ञान का इसमें हो निवेश जो तत्व विरोध कर रहे राष्ट्रभाषा हिंदी का हिंदी प्रेमियों प्रतिवाद […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।