हे भारत माता तेरा अभिनन्दन
तेरी मिट्टी का कण-कण चन्दन
चाहूँ तेरे चप्पे-चप्पे में हो उजियारा
दूध-दही की बहती रहे सदा नदी धारा
यहाँ के नेताओं को मिले सद्बुद्धि
विधर्मियों की हो जाये बस शुद्धि
कोई जन न कर पाये कभी क्रंदन
हे भारत माता तेरा अभिनन्दन
आतंकवाद-नक्सलवाद मिट जाये
राष्ट्रप्रेम का गीत घर-घर गाया जाये
मंदिर-मस्जिद में न हो कभी लड़ाई
हिंदू-मुस्लिम बनकर रहें यहाँ भाई-भाई
झूठ, कपट, छल, द्वेष का हो खंडन
हे भारत माता तेरा अभिनन्दन
सुभाष, भगत, बिस्मिल का स्वप्न हो साकार
दीन-दुखी, निबल-बिकल रहे न कोई लाचार
#मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
परिचय : मुकेश कुमार ऋषि वर्मा का जन्म-५ अगस्त १९९३ को हुआ हैl आपकी शिक्षा-एम.ए. हैl आपका निवास उत्तर प्रदेश के गाँव रिहावली (डाक तारौली गुर्जर-फतेहाबाद)में हैl प्रकाशन में `आजादी को खोना ना` और `संघर्ष पथ`(काव्य संग्रह) हैंl लेखन,अभिनय, पत्रकारिता तथा चित्रकारी में आपकी बहुत रूचि हैl आप सदस्य और पदाधिकारी के रूप में मीडिया सहित कई महासंघ और दल तथा साहित्य की स्थानीय अकादमी से भी जुड़े हुए हैं तो मुंबई में फिल्मस एण्ड टेलीविजन संस्थान में साझेदार भी हैंl ऐसे ही ऋषि वैदिक साहित्य पुस्तकालय का संचालन भी करते हैंl आपकी आजीविका का साधन कृषि और अन्य हैl