नया-नया बस्ता लेने की जिद,
करता अब हर रोज चुन्नू..
जाना है मम्मी अब हमको स्कूल,
मम्मी कहती-बाबू अभी रुक जाओ
दिला दूँगी सब थोड़ा रुको..।
पर चुन्नू ना-मम्मी,
सबके पास है नया बस्ता,
नई कॉपी,हमको भी चाहिए…
मम्मी बोली-अच्छा,ला दूँगी।
बस चुन्नू अब बस्ते के सपने देखे,
आज गया स्कूल,दोस्तों से बोला
कल मेरा भी नया बस्ता आएगा,
खूब खुश।
आँखों में भी छलके नव्यता,
याद आता फिर अपना बचपन..
कितना उत्साह रहता,
नई चीजों का जी करता..
एक दिन में ही पूरी किताब,
पढ़ जाऊँ।।
पुराना होते ही मन भरने लगता,
उत्साह घटने लगता..
पर नए में खूब रमे मन,
चुन्नू भी बस कहता-हम रोज
स्कूल जाएंगे,नई टिफिन में
खाना खाएंगे।
इतना उत्साह,कि सपने में
बड़बड़ाता..
नया बस्ता,नई किताब।।
#शालिनी साहू
बहुत सूंदर
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