जब होंगे हम तुम्हारे पास,
तो कयामत निश्चित ही आएगी।
धड़कने दो दिलो की थम जाएगी।
जब होगा वहां चांदनी रात में ,
दो दिलो का प्यार भरा मिलन//
दिल की यही खासियत होती है।
जब वो मचलता या पिघलता है।
तब दिनरात कुछ नहीं देखता है ।
बस उसी के बारे में सोचता है।
जिस पर उसका दिल आता है।।
मोहब्ब्त में कामयाब वो ही होते है।
जो छोड़कर वासना कि चाहा को।
सिर्फ प्यार को दिल से अपनाते है।
और प्यार जैसे पवित्र रिश्ते को,
जीते जी प्यार से निभाते है।।
बस प्यार से ही निभाते है।।
#संजय जैन
परिचय : संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं पर रहने वाले बीना (मध्यप्रदेश) के ही हैं। करीब 24 वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं।ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी प्रतिभा से कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखते हैं। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है,जबकि लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।