#आचार्य धीरेन्द्र झापरिचय-संस्कृत साहित्य से आचार्य वर्षों से कविता लेखन में रत है। रचनाओं में शृंगार रस की प्रधानता होती है । प्रसाद साहित्य परिषद , हिन्दी साहित्य सम्मेलन एवम् कला संगम संस्थाओं से जुड़े है।प्रखंड -रुन्नी सैदपुरसीतामढी , बिहार