सदियों से दबी – कुचली आवाज को
हुंकार रुप देने वाले
धर्मनिरपेक्षता को
जीवन्त बनाने वाले
कलम को तलवार बनाने वाले
महामानव बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर |
वर्णव्यवस्था पर शिक्षा का वार करने वाले
संविधान रचने वाले
समता का उद्घोष करने करने वाले
मानवता को सम्भल देने वाले
महामानव बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर |
पीर पर्वत सी मिटाने वाले
कलम से क्रांति लिखने वाले
वे शोषितों के हमदर्द
निबलों-विकलों को बल देने वाले
उजाले की डगर पर चलाने वाले
अंधविश्वास मिटाने वाले
संघर्षमय हो संघर्ष का पाठ पढाने वाले
मनुज का उत्थान करने वाले
महामानव बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर |
#मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
परिचय : मुकेश कुमार ऋषि वर्मा का जन्म-५ अगस्त १९९३ को हुआ हैl आपकी शिक्षा-एम.ए. हैl आपका निवास उत्तर प्रदेश के गाँव रिहावली (डाक तारौली गुर्जर-फतेहाबाद)में हैl प्रकाशन में `आजादी को खोना ना` और `संघर्ष पथ`(काव्य संग्रह) हैंl लेखन,अभिनय, पत्रकारिता तथा चित्रकारी में आपकी बहुत रूचि हैl आप सदस्य और पदाधिकारी के रूप में मीडिया सहित कई महासंघ और दल तथा साहित्य की स्थानीय अकादमी से भी जुड़े हुए हैं तो मुंबई में फिल्मस एण्ड टेलीविजन संस्थान में साझेदार भी हैंl ऐसे ही ऋषि वैदिक साहित्य पुस्तकालय का संचालन भी करते हैंl आपकी आजीविका का साधन कृषि और अन्य हैl