आज की नारी इतनी कमजोर

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sandhya

आज की नारी इतनी कमजोर

 नही जो झुक जायेगी।

करो चाहे पुरजोर जतन तुम,

नही वो रुक पायेगी।

दिल की सुंदरता कब भला,

तेजाब से खत्म हो पायेगी।

शक्ति रूप है नारी ,नही

मोंम जो पिघल जायेगी।

बंद करो तुम अब

जिस्मो का व्यापार चलाना।

नारी कोई वस्तु नही जो

बाजार में बिक जायेगी।

कब तक करोगे अब आनाकानी,

खत्म करो ये मनमानी।

तस्वीर देश की अब बदलेगी,

अब ना नारी जुल्म सहेगी।

कोई निर्भया अब ना मरेगी,

प्रचंड रूप चंडी का धरेगी।

दुष्टो के सर की भेंट चढ़ेगी,

अब घुँघट की ओट हटेगी।

जा सीमा पर युद्ध लड़ेगी,

अब ना नारी कमजोर बनेगी।

उड़ा वायु यान,अब (कल्पना)

 अंतरिक्ष की सैर करेगी।

कल तक थी जो बंद घरों में,

आज संसद का रुख करेगी।

खत्म करो अपनी राजनीति

अब नारी तुम पर राज करेगी।

इंदिरा गांधी,प्रतिमासिंह ,कल्पना चावला ,

सानिया मिर्जा, सानिया नेहवाल,

 गीता बबिता फोगोट भी नारी ही थी।

और कितने नाम सुनोगे,

नही कमजोर जो जुल्म सहेगी।।

#संध्या चतुर्वेदी

अहमदाबाद, गुजरात

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।