तुलसी के अवदान

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pukharaj
( तर्ज़ – चांदी की दीवार ना तोड़ी )
मुझको प्रभुवर शक्ति देना ,
 गुरु महिमा व्याख्यान की |
झाँकी एक दिखा सकूँ मैं
तुलसी के अवदान की ।|
परम्परा के नाम पर
सदियों से शोषित थी नारी |
अन्धविश्वास अौर रूढ़िवाद में
 जकड़ी थी वो बेचारी ।
मुख्य धारा में जोड़कर
उसका तुमने उत्थान किया |
ऋणी रहेगी नारी जाति,
तेरे दिये सम्मान की।|
प्रेक्षाध्यान से चित्त शुद्दि का
 तुमने मार्ग दिखाया है |
आत्म साक्षात्कार का
कर प्रयोग तुमने सिखाया है |
भाव शुद्दि से आभा शुद्दि का,
 तुमने जो है स्वरुप गढ़ा |
जोड़ नहीं  दूजी जगत में
 कोई प्रेक्षाध्यान की ||
नैतिक, प्रामाणिक, अहिंसक
 सरल, सत्य व्यवहार हो |
मैत्री, एकता, आत्म संयम
 जीवन का आधार हो |
प्राणी मात्र के प्रति ह्रदय में
 सद्भाव और समभाव हो |
विश्व में है अलख जगी,
 इस अणुव्रत सुमहान की |
#पुखराज छाजेड़
परिचय : जयपुर के निवासी पुखराज छाजेड़ करीब 10 वर्ष से लगातार लेखन में सक्रिय हैं। जयपुर(राजस्थान) में व्यवसायी होने के बाद भी बतौर रचनाकार आप सतत सक्रिय हैं।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।