अनायास

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मेरे फैसले बड़े अनायास होते हैं
क्या सही, क्या गलत इन सब से परे
मेरी प्रेरणा की प्रतिध्वनि, मेरे एहसास होते हैं
मेरे फैसले बड़े अनायास होते हैं।
फैसले मर्यादित होते हैं, बड़े ही अनुशासित होते हैं
मुझे सुख मिलता है, क्योंकि शुभ से परिपूरित होते हैं
न छुपाने को कुछ होता है न दिखाने को
मेरी दृष्टि में झांकोगे तो फैसले कामना रहित होते हैं
कुछ ऐसा ही सहजपना लिए मुक्त विचरता हूँ
स्वयं को साथ लिए ब्रह्म विहार विहरता हूँ
इन्हीं एहसासों के बीच सब मेरे पास होते हैं
मेरे फैसले बड़े अनायास होते हैं।
जो मुझे जानते हैं, गहरे समझते हैं
मेरी क्रियाओं पर, मेरी गति पर पैनी नजर धरते हैं
उन्हें पता होता है, कि मैं किस ओर चला अब
शायद पाने को जीवन का एक और नया सबब
तृप्ति भरे दृष्टि से, ताकते निहारते
मुझे हर हाल में गले लगाते, स्वीकारते
सच में मेरे लिए वो जीवन की मिठास होते हैं
हाँ! मेरे फैसले बड़े अनायास होते हैं।
ये भाव भी आज अनायास ही फफक पड़े
जो कहीं गहरे में दबे थे अब तलक गड़े
यूँ ही सरलता से चित्त से निकल गए
शायद मेरी अभिव्यक्ति में बदल गए
थोडा बहुत सच होता है, बाँकी तो कयास होते हैं
हाँ! मेरे फैसले बड़े ही अनायास होते हैं।
#स्वामी विदेहदेव जी

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।