कहर बना करोना

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पूरे विश्व की रफ्तार,रूक गयी देखो
एक वायरस के आगे,जीवन लाचार देखो।।

विज्ञान ही सबकुछ है, आकर यहाँ देखो
आज वेवसी में पडा,कितना लाचार देखो।।

मत फैलने दो इसे संयम, अपनाकर तो देखो
जिस पर वस नही,उसे फैलने से रोको।।

चंद दिनों की बात,मौत के आगोश में समाज
चलना होगा संभलकर ही, जब यही है इलाज।।

संकट की इस घडी में,मानव समर्थन साथ
एक ही तो विकल्प,सहारा हौसला साथ।।

मानव के शोधो का,यह कुरूप रूप
कोरोना बनकर है उभरा,बदला विश्व स्वरूप।।

चित्कार कर रहे लोग,सिसक रही जिन्दगानी
अकारण शिकार होते लोग,कहते करोना की कहानी।।

निर्दय चीन का कसूर,पूरा विश्व रोगी
खाये कीडे मकौडे भी,बन रहा योगी।।

पहले निपट लूँ रोगियो से,फिर लगेगी तेरी बोली
जीतने भी भोग रहे,हिसाब लेना जरूरी।

आविष्कार यह नहीं सिखाता,जैविक कीटाणु बनाओ
पर्दा न उठ जाए तेरा,इसलिए दुनिया से छिपाओ।।

“आशुतोष”

नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
पटना ( बिहार)
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति

matruadmin

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Fri Mar 27 , 2020
(युगपुरुष परमानन्द जी महाराज) (महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज) अखण्ड परमधाम, हरिद्वार मणिरामदास छावनी, अयोध्या सदस्य-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अध्यक्ष-श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (एडवोकेट आलोक कुमार) (न्यायमूर्ति विष्णु सदाशिव कोकजे) कार्याध्यक्ष-विश्व हिन्दू परिषद अध्यक्ष-विश्व हिन्दू परिषद जारीकर्ता विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता Post Views: 209

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।